माँ से है गुजारिश/एक संदेश माँ के नाम /MAA POETRY
वर्ष 2014 की लिखी एक कविता जो कहीं खो गयी थी आज लिखी मिल गयी । एक माँ को उसके बेटे की वर्षगांठ समारोह पर भेंट की थी । उम्मीद है आप सभी को भी दिल से…
कड़े कलयुग में कद्र को बरकरार रखना है तो कद्र करवाने वालों की जरूरत बने रहना होगा | क्यूंकि आजकल दुनिया न शौंक से और न दिल से , बल्कि जरूरत स…
जिसने सुना हमारे बारे में / शायरी की उड़ान /HINDI SHAYARI
जिसने सुना हमारे बारे में , हमें देखा नहीं , जिसने देखा उसने समझा नहीं ,और जिसने समझा उसने ठीक से जाना नहीं ,यूहीं बीत गया सफर जिंदगी का
अर्ज किया है | एहसान कर खुद से खुदी पर कुछ इस कदर , कि जीते जी बन जाये तेरे कर्म ही हर मोड़ पर पहचान तेरी ।।