Three tips to success in all classes of any field/किसी भी कक्षा में सफल होने के तीन मूल मन्त्र



किसी भी कक्षा में हों बस ये तीन मूल मन्त्र याद रखें |


1.   एकांत - याद रखिए एकांत और अकेलेपन में काफी अंतर है यदि आप किसी से लड़ झगड़ कर सबसे दूर जाकर बैठ जाएं या आपके सगे संबंधी आपको छोड़ कर चले जाएं तो जो आप महसूस करेंगे वो अकेलापन है जो आपको और स्ट्रेस यानि तनाव में डाल दे  | एकांत वह है जो जिसमें  आप अपनी इच्छा से अकेले रहना चाहें उसमें आप को खुद का विश्लेषण करने का समय मिलेगा जिसके लिए आप आगे के लिए अच्छी रफ्तार से तैयार हो पाएंगे आज की पीढ़ी जिसको हम privacy के नाम पर बदनाम करते हैं वह असल में खुद के विश्लेषण के लिए समय ही तो मांगती है |



2. नियमितता   - नियमित होना बेहद ही आवश्यक है ऐसा नहीं कि आप 10 दिन 10 घंटे पढ़ाई करें और अगले दस दिन बिल्कुल न करें ये सोच कर कि इसकी औसत पूरी हो जाएगी तो ऐसा बिल्कुल नहीं है | शुरुआत से ही थोड़ा थोड़ा अभ्यास कर आगे बढ़ते रहें एक न एक दिन सफलता आपको अवश्य मिलेगी और धीरे-धीरे आप अपनी लग्न में अभ्यास करते रहेंगे फिर आपको एक दम से अपने पूरे सिलेबस अर्थात पाठ्यक्रम को दोहराना मुश्किल भी नहीं लगेगा 


3.पहले समझना फिर लिख लिख कर  याद करना - लिख लिख कर याद करने की तकनीक वर्षों पुरानी है और लगभग 100 प्रतिशत कारगर है  | इसीलिए कोशिश करें जो भी आप पढ़ें उसे एक बार संमझें और फिर लिख लिख कर उसका अभ्यास करें जिससे हमारे मस्तिष्क के पटल पर उसकी स्थायी छवि बन जाए और हम उसे जीवन भर याद रखें | 


जब मर्जी इसे आजमा लीजिये |


कृष्ण मलिक अम्बाला की कलम से 

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