हाथ का हुनर ही है भविष्य की मांग



शीर्षक की बात करें तो हम देखते हैं की आज की तारीख में अधिकतर नौजवान पीढ़ी के पास ग्रेजुएट एंव मास्टर डिग्रियां मौजूद हैं, लेकिन हुनर की बात तो दूर वह अपनी डिग्रियों के तीसरे हिस्से वाली कक्षा का ज्ञान नहीं रखते एवं एक प्रचलन हो चुका है कि महीना पहले किताबें खरीदी जाती हैं उसके बाद जैसे तैसे करके वह पास भी हो जाते हैं लेकिन क्या लिखा सब परीक्षा देते ही साफ़ | आज की युवा पीढ़ी पढ़ी बहुत कुछ है लेकिन गढ़ी नहीं है | इन विचारों को नकारात्मक विचार न समझ कर यदि सभी इसे जागृति आह्वान समझ कर जीवन में धारण करेंगे तो निश्चय ही परिवर्तन होगा अपितु सच कहूँ तो हम निश्चय ही विनाश की तरफ तेजी से बढ़ रहें हैं, फिर ये कहावत पूर्ण रूप से लागू हो जाती है कि उम्र भर गलती करते रहे धूल चेहरे पर थी आईना साफ़ करते रहे | 

अभिप्राय यह है कि हुनर हम लोगों में नहीं और दोष सिस्टम को देते हैं अब तो प्रत्येक भर्ती सिस्टम अनुसार होती जा रही है लेकिन युवा पीढ़ी अब कर्म को समर्पित नहीं है वह परीक्षा भी एक ओर जबरदस्ती से पास कर योग्यता का द्वार तो पार कर रही है लेकिन उनका आधारभूत ज्ञान शून्य को छूने वाला है | और जो भारत में कर्महीन है वे विदेशों में जाकर झाड़ू लगाना आदि ऐसे कार्य कर भी पैसा कमाने को तैयार हो जाते हैं लेकिन यहाँ बताना चाहूँगा कि भारत में लाखों उदाहरण है जिन्होनें अतीत में अत्यंत गरीबी को देखते हुए भविष्य को इस कदर चमकाया है कि उनकी चमक के उदाहरण से अनेंकों लोगों को लाभ मिला है | सभी युवा पीढ़ी से अनुरोध है सपने देखना मत छोड़िए लेकिन उस ऊँचाई तक पहुंचने की शुरुआत जमीनी स्तर से करें | 


एम.ए. पास कर लेने पर अधिकतर अध्यापन व्यवसाय की ओर जाने का प्रयत्न करते हैं अब कोई न्हें ये बताए कि सभी के सभी अध्यापक, नाई, किरयाने, आदि के व्यवसाय में तो नहीं जा सकते | आप के पास योग्यता है लेकिन आपके पास स्किल क्या है सवाल यह है | एक मशहूर चाय वाला साधारण एम.ए. पास से कहीं अधिक बेहतर एवं आनंददायक जिंदगी जीता है क्योंकि उसके पास लाजवाब चाय बनाने का हुनर है जो की चाय के स्वाद से अनेकों लोगों को आकर्षित करने पर मजबूर कर देता है | कहीं पर लिखा था कि किरदार ऐसा हो कि दुश्मन भी तारीफ को मजबूर हो जाए लेकिन इसी बात को यदि कर्म की भाषा में कहूँ तो कर्म ऐसा हो लोगों को आकर्षित करने पर मजबूर कर  जाए | आप काम को छोटा बड़ा समझ कर शुरुआत करने में देर मत करें | सभी के सभी नौकरियों को पाने में समय न गंवाए एवं अपनी जिंदगी के एक एक क्षण को कुछ नया करने में लगाएं क्योंकि हमेशा याद रखें जिंदगी न मिलेगी दोबारा अर्थात एक किरदार के साथ जीवन में आपने एक बार ही आना है तो बेहतर से बेहतर करने की कोशिश करें | बेशक साथ साथ सरकारी नौकरी का भी प्रयास करें | सभी युवा कौशल होंगे देश भी तरक्की करेगा | देश तरक्की करेगा उसका सभी को लाभ मिलेगा | आशा करता हूँ आप सभी को यह संदेश पसंद आया होगा | इस संदेश पर प्रतिक्रिया देने के लिए आप ईमेल कर सकते हैं – ksmalik2828@gmail.com

भवदीय

कृष्ण मलिक अम्बाला

हरियाणा         

 

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