आदमी की गाथा/AADMI KE GATHA/MAN'S POETRY

नमस्कार पाठकों ! 
सभी अक्सर यह सोचते हैं कि बस मेरी ही जिंदगी में संघर्ष है और बाकी सभी तो आराम कर रहे हैं और मजे से जिंदगी का आनंद ले रहे हैं तो आपको बताना चाहेंगे कि कर्म सभी को करना पड़ता है छोटे से तबके से लेकर वर्ग के सभी व्यक्ति कर्म से अछूते नहीं हैं और यह धरा ही पुरषार्थ की है और हमारे पुरषार्थ का स्तर ही यह तय करता है कि हम किस पद पर जाकर बैठते हैं और कर्म को यदि हम मजदूरी की परिभाषा दें तो मान कर चलिए यह सभी को करनी पड़ती है। इसीलिए पुरषार्थ की दृष्टि से देखें तो सभी को मजदूरी करनी पड़ती है, बस ये कह सकते हैं उनके कार्य करने का तरीका और उन पर पड़ने वाले दबाव का स्तर अलग अलग है। इसी कड़ी में आपको प्रेरणा का एक टॉनिक और पुरषार्थ के प्रति अपने विचार देने के लिए हर आदमी की गाथा प्रस्तुत है, आशा है आपके दिल को छूने का प्रयास करेगी । 

                        

"आदमी की  गाथा"

हर आदमी एक मज़दूर  है,
कोई कम तो कोई ज़्यादा मज़बूर है,

संघर्ष से मिलता ज़न्नत का नूर है,
यही प्यारे दुनिया का दस्तूर है।

सभी को अपनी खासियतों पर गरूर है,
पर सभी में कहीं न कहीं कमियां ज़रूर  है,

अपने कामों को दूसरों पर फेंकते देखे,
इतने पागलों में कुछ नेक भी देखे,

जंग जितना आसान नही प्यारे,
इसमें इंसान अपना सब कुछ वारे,

संतुष्ट शब्द कहीं खो सा गया है, 
हर कोई दुखी हो सा गया है।

जीवन में सब कुछ उसकी माया है
उसे भी भला कोई समझ पाया है

इतना ऊँचा भी मत उड़ो जैसे पेड़ खजूर है

न छाया दे ,फल भी लागे अति दूर है।


सूरज की माना गर्मी जरूर है,
पर बादलों के सामने झुकना उसे मंजूर है,

सुखी आदमी दिखता अब दूर है,
सबको कोई न कोई दुःख जरुर है।

अपने फर्ज को  सबसे बड़ा मानो,
अपनी मंजिल को जल्दी पहचानो,

रुकना मुर्दे की निशानी है,
चलते रहो जब तक जिंदगानी है।

होंसले रखो हमेशा बुलंद,
हंसो और बोलो हमेशा मंद मंद,

खुदा के नाम को रखो अपने संग,
फिर देखो तुम कुदरत के रंग।

चींटी चढ़ जाये जब पहाड़,
तू भी हो जा लक्ष्य पर सवार,

तेरा भी हो जाएगा एक दिन कल्याण,
मेहनत करता जा तू अपार।

करनी का फल पाता है हर कोई,
इसमें न किसी का कोई कसूर है,
क्योंकि हर आदमी यहाँ एक मजदूर है,
कोई कम तो कोई ज़्यादा मजबूर है।  


इसका विडिओ वर्ज़न भी आप देख सकते हैं उसके लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें
   

All rights are reserved to Krishan Malik Ambala
You may only post on your site with name mentioned not copy it will hurt the writer and also against copyright.

Post a Comment

8 Comments

  1. Thanks sir for sharing good Lines with us

    ReplyDelete
  2. Lovely Post ! Amazing Information thank you for sharing this valuable post with us keep up the good work and share with us. My School Essay in Marathi marathitracks

    ReplyDelete
  3. Great Information sharing. I am very happy to read this article .. thanks for giving us go through info. Fantastic nice. I appreciate this post. What is SEO in Marathi
    vinaymarathi.in
    How to Start a Blog in Marathi
    Affiliate Marketing Meaning in Marathi
    PVC Aadhar Card Online Order In Marathi

    ReplyDelete
  4. Thank you for giving me useful information.
    Please keep posting good information in the future
    I will visit you often. Thank you. Christmas Essay in Marathi
    My School Essay in Marathi
    Dr Babasaheb Ambedkar Quotes In Marathi
    Happy Diwali Wishes in Marathi

    ReplyDelete