ईद के सुअवसर पर कुछ पंक्तियाँ । कवि कह रहा है — "ईद मुबारक देता हूँ " भारत का हूँ मैं एक सिपाही हिन्दू -मुस्लिम है सब मेरे भाई हिन्दू …
यह कविता 2016 में बदलते वक्त में छोटे बच्चों को समय न मिल पाने के कारण उनके हालातों को …
*वक्त है बेटी सम्भल जा अभी भी * दिल का महकमा कुछ कह रहा है । नहीं पता ये लड़कियां जींस टॉप पर क्यों मरती है । पर लगती सूट सलवार में लड़की असल में लड़की…
नमस्कार पाठकों !! इस कविता के माध्यम से युवा पीढ़ी को जागृति का आह्वान किया है | आशा करते हैं यह आज की पीढ़ी को प्रेरक संदेश देने का प्रयत्न करेंग…
हर शादी शुदा बहन को समर्पित नारी शक्ति हर पल कर रही उंचाईयों के एलान पर इस आधुनिकता की भाग दौड़ में खो ली खुद की ही पहचान देखा जग में फैशन का जलवा…
अब कहाँ रह गए गुरु जी वाले किस्से कहाँ रह गयी आदर सम्मान की बातें गालियां मिलती हर मोड़ पर इन्हें कहीं मिलती ठोकर , तो कहीं पड़ती लातें …
भारत और दूसरे देशों के मित्रों के बीच एक मीटिंग हुई । चर्चा थी देश के बारे , सभी ने अपने अपने देश के बारे तर्क दिए , सभी ने कहा भारत के लोगो…
जैसा कि आप सब जानते हैं हम पिछले काफी वर्षों से प्रधानमन्त्री मोदी जी के आह्वान पर कंधे से कंधा मिलाकर बेटी बचाव और बेटी पढ़ाओ के नारे पर जागरूकता म…
क्रिसमस के मौके पर एवम तुलसी पूजन के अवसर पर आपका ये हिन्दू भाई सर्व धर्म एकता का संदेश देते हुए । धर्म के रखवालों से करनी एक …
तलाक लफ्ज ही है दर्दनाक बस इतना जान लीजिए विनती है दुनिया वालों तुमसे तलाक की नौबत न आने दीजिये । ढाई दिन की है जिंदगी एक दूसरे पर वार दीजिये आएं…